Parmanu Ki Khoj Kisne Ki Thi | परमाणु की खोज किसने की थी | Parmanu Kya Hai | What is Atom in Hindi :- हेलो दोस्तों आज के इस आर्टिकल में हम आपको बताने वाले है परमाणु क्या है और परमाणु की खीज किसने की थी। अगर आप परमाणु से सम्बंधित जानकारी जानना चाहते है तो आपको बतादे की आप बिलकुल सही जगह आये है।
परमाणु की खोज सन 1808 में जॉन डाल्टन ने की थी। जॉन डाल्टन ने एक अपना परमाणु सिद्धांत दिया जिसमे उन्होंने बताया की परमाणु किसी भी प्रदार्थ का मूल कण होता है और परमाणु कण अविभाज्य होता है जिसे विभाजित नहीं किया जा सकता है। परमाणु (Atom) में नाभिक, इलेक्ट्रॉन, प्रोटोन और न्यूट्रॉन पाये जाते है। इनमें से प्रोटोन पर पॉजिटिव आवेश और इलेक्ट्रॉन पर नेगेटिव आवेश होता है। न्यूट्रॉन आवेश रहित होता है।

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परमाणु क्या है (What is Atom in Hindi)
परमाणु एक ग्रीक शब्द है जिसका अर्थ होता है विभाजित नहीं होना मतलब की परमाणु किसी भी प्रदार्थ (ठोस, द्रव्य, गैस) का सबसे छोटा कण होता है जिसे विभाजित नहीं किया जा सकता है।
लेकिन यह परमाणु भी तीन चीजों से मिलकर बना होता है प्रोटोन, न्यूट्रॉन और इलेक्ट्रान। किसी भी प्रदार्थ का प्रत्येक परमाणु इन तीनो कणो से ही मिलकर बना होता है। जिसमे प्रोटोन और न्यूट्रॉन परमाणु के नाभिक में होते है और इलेक्ट्रान परमाणु के Shell (कोश) में चक्कर लगाता है।
दो या दो से अधिक परमाणु आपस में मिलकर अणु का निर्माण करते हैं और अणुओ के द्वारा पदार्थ का निर्माण होता है।
Parmanu Kya Hai :- “परमाणु तत्वों का वह छोटा से छोटा कण है जो किसी भी रासायनिक अभिक्रिया में भाग ले सकता है, लेकिन स्वतंत्र अवस्था में नहीं रह सकता है।”
परमाणु की खोज किसने की थी (Parmanu Ki Khoj Kisne Ki Thi)
परमाणु की खोज सन 1808 में जॉन डाल्टन ने की थी। जॉन डाल्टन ने एक अपना परमाणु सिद्धांत दिया जिसे “डाल्टन का परमाणु सिद्धांत” कहा जाता है और इंग्लिश में इसे “Dalton’s atomic theory” भी कहा जाता है। जॉन डॉल्टन ने अपने इस सिद्धांत में बताया था की परमाणु किसी भी प्रदार्थ का मूल कण होता है और परमाणु कण अविभाज्य होता है जिसे विभाजित नहीं किया जा सकता है। जॉन डाल्टन एक गणितज्ञ और रासायनिक वैज्ञानिक थे जिनका जन्म 6 सितम्बर 1766 को United Kingdom में हुआ था।
इस सिद्धांत के अनुसार परमाणु के नाभिक में प्रोटॉन और न्यूट्रॉन होते हैं और नाभिक के चारों और इलेक्ट्रान चक्कर लगते हैं उन्होंने बताया की परमाणु नाभिक और इलेक्ट्रान से मिलकर बना होता है।
- नाभिक (Nucleus) – इलेक्ट्रॉन इसी के चारों ओर चक्कर लगाते है।
- इलेक्ट्रॉन (Electron) – इलेक्ट्रॉन पर ऋणात्मक आवेश होता है। ये कण नाभिक के चारो तरफ कक्षा में चक्कर लगाते है।
- प्रोटोन (Proton) – इन कणों पर धनात्मक आवेश होता है। प्रोटोन नाभिक में पाये जाते है।
- न्यूट्रॉन (Neutron) – ये कण आवेश रहित होते है। न्यूट्रॉन भी नाभिक पर पाये जाते है।
परमाणु के अन्वेषक
परमाणु की खोज का श्रेय जॉन डॉल्टन को ही दिया जाता है लेकिन आपको बतादे की जॉन डॉल्टन से हज़ारो साल पहले गुजारत के प्रभास क्षेत्र मे जन्मे महर्षि कणाद ने परमाणु के बारे में बता दिया था। इन्होने बताया की प्रत्येक परमाणु अपरिवर्तनीय कणो से मिलकर बना होता है जिसे इन्होने परमाणु नाम दिया। इन्होने बताया की कोई भी परमाणु किसी अन्य परमाणु के साथ संयुक्त होकर यौगिकों का निर्माण करता है।
महर्षि कणाद के बाद एक और वैज्ञानिक डेमोक्रेटस ने परमाणु के बारे में बताया की अगर हम किसी भी परमाणु को लगातार विभाजित करते जाए तो अंत में एक ऐसा टुकड़ा होगा जिसे विभाजित नहीं किया जा सकेगा और इसी टुकड़े को डेमोक्रेटस ने परमाणु का नाम दिया।
अब आप सोच रहे होंगे की अगर जॉन डॉल्टन से पहले यदि महर्षि कणाद और डेमोक्रेटस ने परमाणु के बारे में बता दिया था तो जॉन डॉल्टन को ही क्यों परमाणु की खोज का श्रेय दिया जाता है। तो आपको बतादे की वो इसीलिए क्यूंकि महर्षि कणाद और डेमोक्रेटस ने इससे सम्बंधित कोई स्पष्ट व्याख्या नहीं की थी इसलिए इन्हे परमाणु के खोजकर्ता के रूप में नहीं जाना जाता है।
और चुकीं डॉल्टन ने सबसे पहले परमाणु के बारे में Atomic Theory प्रस्तुत की थी इसलिए इन्हे ही परमाणु का खोजकर्ता माना जाता है।
परमाणु संरंचना की खोज किसने की थी
परमाणु (Atom) में नाभिक, इलेक्ट्रॉन, प्रोटोन और न्यूट्रॉन पाये जाते है। इनमें से प्रोटोन पर पॉजिटिव आवेश और इलेक्ट्रॉन पर नेगेटिव आवेश होता है। न्यूट्रॉन आवेश रहित होता है। प्रोटोन और न्यूट्रॉन परमाणु के नाभिक में पाये जाते है। प्रोटोन और इलेक्ट्रॉन की संख्या परमाणु में समान होती है। इलेक्ट्रॉन नाभिक के चारों और चक्कर लगाते है।
परमाणु संरचना जिसे की हम इंग्लिश में Atomic Structure भी कहते है। परमाणु संरचना के बारे में कई वैज्ञानिकों ने अपनी अपनी राय दी है जिन्होंने अलग-अलग तरीके से इसके उदाहरण भी दिए जिन्हे की हम आपको नीचे बताने वाले है। तो चलिए सबसे पहले जानते है जे. जे. थॉमसन के मॉडल के बारे में :-
जे जे थॉमसन का परमाणु मॉडल
सबसे पहले जे. जे. थॉमसन ने अपना परमाणु मॉडल दिया था जिसके अंतर्गत उन्होंने बताया था की परमाणु एक तरबूज की तरह है और उसमे उपस्थित इलेक्ट्रान तरबूज के बीज की तरह है। यह प्रयोग वर्ष 1897 में हुआ था और थॉमसन ने अपने इस एक्सपेरिमेंट और मॉडल को प्लम पुडिंग मॉडल नाम दिया था।
रदरफोर्ड का परमाणु मॉडल
जे. जे. थॉमसन का प्लम पुडिंग मॉड ज्यादा स्पष्ट नहीं था तो इसीलिए वैज्ञानिक रदरफोर्ड ने अपना परमाणु मॉडल पेश किया, इनके अनुसार परमाणु का नाभिक सूर्य है और इलेक्ट्रान को सूर्य के चारो और चक्कर लगाने वाले ग्रहो के रूप में बताया।
परमाणु से सम्बंधित कुछ महत्वपूर्ण और रोचक तथ्य
- एक आदमी का बाल लगभग 100 नैनोमीटर के पार होता है और वह लगभग 1,000,000 कार्बन परमाणु होता है।
- हर साल आपका शरीर अपने लगभग 98% परमाणुओं को बदल देता है।
- 100 से अधिक विभिन्न प्रकार के परमाणु हैं। उनमें से लगभग 92 स्वाभाविक रूप से होते हैं, जबकि शेष प्रयोगशालाओं में बनाए जाते हैं। मनुष्य द्वारा बनाया गया पहला नया परमाणु टेक्नेटियम था, जिसमें 43 प्रोटॉन होते हैं।
- सभी पदार्थ चाहे वह ठोस, द्रव, गैस सभी परमाणु से मिलकर बने होते है।
- परमाणु में इलेक्ट्रॉन, प्रोटॉन,न्यूट्रॉन एवम् नाभिक होता है।
- एक वयस्क(Adult) लगभग 7,000,000,000,000,000,000,000,000,000 (7 octillion) परमाणुओं से बना होता है
- एक प्रोटॉन का द्रव्यमान अनिवार्य रूप से एक न्यूट्रॉन के समान होता है, लेकिन एक इलेक्ट्रॉन के द्रव्यमान से 1,840 गुना अधिक होता है।
- जॉन डॉल्टन द्वारा सबसे पहले परमाणु का सिद्धांत दिया गया था।
- परमाणु के द्रव्यमान में इलेक्ट्रॉनों का बहुत कम योगदान होता है।
- शब्द “Parmanu” ग्रीक शब्द “uncuttable” या “undivided” से आया है। यह नाम 5 वीं शताब्दी ईसा पूर्व ग्रीक दार्शनिक डेमोक्रिटस(Democritus) से आया है, जो मानते थे कि पदार्थ में ऐसे कण होते हैं जिन्हें छोटे कणों में नहीं काटा जा सकता है।
- ब्रह्मांड में सबसे ज्यादा प्रकार का परमाणु हाइड्रोजन परमाणु है। आकाशगंगा में लगभग 74% परमाणु हाइड्रोजन परमाणु हैं।
आज आपने क्या सीखा
तो दोस्तों अब आप समँझ गए होंगे की Parmanu kya hai or Parmanu ki khoj kisne ki thi और आपके Parmanu से जुड़े सभी सवाल के जवाब मिल चुके होंगे। लेकिन अगर आपके मन में कोई अभी भी सवाल रह गया है तो आप नीचे कमेंट बॉक्स में पूछ सकते है।
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Prabhav Rastogi is the Author & Co-Founder of the GopiRasoi.com. He has also completed his graduation in Computer Engineering from Meerut(UP). He is passionate about Blogging & Digital Marketing.