International Day of Charity क्यों और कब मनाया जाता है? | अंतर्राष्ट्रीय दान दिवस इतिहास, दान में क्या दे, क्या ना दे और दान के नियम ?

International day of charity in hindi | antrashtriy charity divas kab manaya jata hai | अंतरराष्ट्रीय चैरिटी दिवस कब मनाया जाता है :- :- दान एक ऐसा कार्य है, जिसके जरिए हम न केवल धर्म का ठीक-ठीक पालन कर पाते हैं बल्कि अपने जीवन की तमाम समस्याओं से भी निकल सकते हैं। इस दिन का विशेष महत्व है, आपने सुना होगा की दान से बड़ा कोई धर्म नहीं होता। भारत में तो दान देने की प्रथा बहुत पुरानी है, महाभारत में कर्ण को दानवीर की संज्ञा दी जाती है। ऐसा कहा जाता है कि अगर कोई व्यक्ति, उगते सूरज की पूजा करते समय कर्ण से दान मांगता, तो उसे कभी खाली हाथ नहीं लौटना पड़ा। कहा जाता है कि दान से बड़ा कोई धर्म नहीं होता है।

लेकिन क्या आप जानते है की बिलकुल विश्व आदिवासी दिवस, बहन दिवस और कारगिल विजय दिवस की तरह ही दान के लिए भी एक विशेष दिन रखा गया है जिसे की हम अंतर्राष्ट्रीय दान दिवस के नाम से जानते है और आज हम आपको अंतर्राष्ट्रीय दान दिवस के बारे में जानकारी देने वाले है। तो चलिए बिना देरी के शुरू करते है।

International Day of Charity

अंतरराष्ट्रीय चैरिटी दिवस कब मनाया जाता है (Antrashtriy charity divas kab manaya jata hai)

तो चलिए अब आपको बताते है की अंतर्राष्ट्रीय दान दिवस कब है – International Charity Day यानी की अंतर्राष्ट्रीय दान दिवस हर साल की तरह इस साल भी 05 सितम्बर को मनाया जाता है। अंतर्राष्ट्रीय चैरिटी दिवस का उद्देश्य दान के प्रति जागरूकता बढ़ाना है।

YearDateDay
2021September 5Sunday
2022September 5Monday
2023September 5Tuesday
2024September 5Thursday
2025September 5Friday

अंतर्राष्ट्रीय चैरिटी दिवस का इतिहास (International day of charity in hindi)

अंतर्राष्ट्रीय चैरिटी दिवस दुनिया में मानवीय संकटों और पीड़ा को कम करने में दान और इसकी भूमिका को बढ़ावा देने और पहचानने का प्रयास करता है। यह दिन दुनिया भर में चैरिटेबल संगठनों और व्यक्तियों के काम को पहचानने का भी कार्य करता है, जिनके परोपकारी कार्यों ने समाज के निर्माण में योगदान दिया है।

संयुक्त राष्ट्र महासभा(United Nations General Assembly) द्वारा दूसरों की मदद करने के लिए दुनिया को जुटाने के प्रयास में अंतर्राष्ट्रीय चैरिटी दिवस को नामित किया गया था। यह दिन हर साल 5 सितंबर को हमारे समय के सबसे परोपकारी व्यक्तियों में से एक, कलकत्ता की मदर थेरेसा की पुण्यतिथि पर मनाया जाता है। मदर थेरेसा का 1997 में 87 वर्ष की आयु में भारत में बीमारों और मरने वाले लोगों के साथ जीवन भर दयावान कार्य करने के बाद निधन हो गया।

उन्होंने समाज से गरीबी दूर करने, जरूरतमंदों की मदद करने और उनकी परेशानियों को दूर करने में अपना पूरा जीवन लगा दिया था। इसलिए ही मदर थेरेसा की याद में यह दिवस मनाया जाता है, और आपको बतादे की इस खास दिन की शुरुवात साल 2012 में हुई थी।
दान देने का महत्व (Importance of Donation)

आपको बतादे की हर धर्म में दान करने का बहुत महत्व माना जाता है। सनातन धर्म में भी दान का महत्व बताया गया है। माना जाता है कि दान करने से मनुष्य का इस लोक में तो कल्याण होता ही है लेकिन साथ में परलोक में भी कल्याण होता है।

भारतीय संस्कृति में वैदिक काल से ही दान करने की परंपरा चली आ रही है। ये पांच दान हैं, विद्या, भूमि, कन्या, गौ और अन्न दान। इन पांचो दानों का बहुत महत्व माना जाता है। ज्योतिष के जानकारों की मानें तो अलग -अलग वस्तुओं के दान से अलग-अलग समस्याएं दूर होती हैं, लेकिन बिना सोचे-समझे गलत दान से आपका नुकसान भी हो सकता है।

अंतर्राष्ट्रीय चैरिटी दिवस पर पर क्या करे (International Day of Charity Things to Do)

आप अंतर्राष्ट्रीय चैरिटी दिवस पर बहुत सी चीज़े कर सकते जिनमे से कुछ को हम आपको निचे बताने जा रहे है :-

  • दयावान कार्यों के प्रभाव और महत्व के बारे में और मदर टेरेसा के दयावान जीवन के बारे में एक किताब पढ़ें।
  • अंतर्राष्ट्रीय चैरिटी दिवस के दिन आप कही दान कर सकते है।
  • एक किताब खरीदें जो सीधे दान का समर्थन करती है।
  • हैशटैग #InternationalDayofCharity, #Charity और #MamaT का उपयोग करके अंतर्राष्ट्रीय चैरिटी दिवस के बारे में जागरूकता फैलाएं।
  • दान कार्य के प्रभाव और महत्व के बारे में एक फिल्म देखें। हमारे आपके लिए कुछ मूवीज के सुझाव हैं :- Pay It Forward (2000), It Could Be You (1994), and The Letters (2014).

दान में क्या न दें (What Not To Donate)

अब हम आपको बताने वाले है की आपको क्या वस्तु दान में नहीं देनी चाइये, वे दान में ना देने वाली वस्तु कुछ इस प्रकार है की :-

  • शराब
  • स्टील के बर्तन
  • नशीले पदार्थ
  • रुपये या पैसे दान से बचें
  • तंबाकू या अन्य पदार्थ

दान देते समय इन नियमों का रखें ध्यान (Rules in mind while Donating)

अब में आपको कुछ ऐसे नियम बताने जा रहा हूँ जिन्हे आपको दान देते समय अवश्य याद रखना है, वे जरूरी नियम है :-

  • याद रहे की ह्मेशा अपने स्त्री, पुत्र एवं परिवार को दुःखी करके दान नहीं देना है, अगर वह ऐसा करता है तो वह दान जीवित रहते हुए भी एवं मरने के बाद भी दुःखदायी होता है।
  • आप जो भी प्राप्त करते हैं उस धन का दसवां भाग ईश्‍वर को प्रसन्‍न करने के लिए सत्‍कर्मों में लगाएं।
  • ये भी माना जाता है की अन्न, जल, घोड़ा, गाय, वस्त्र, शय्या, छत्र और आसन, इन आठ वस्तुओं का दान मृत्योपरांत के कष्टों को नष्ट करता है।
  • स्वयं जाकर दिया हुआ दान हमेशा लाभदायी होता है एवं घर बुलाकर दिया हुआ दान मध्यम फलदायी होता है।
  • गौ, ब्राह्मणों तथा रोगियों को दान देते समय यदि कोई टोक दे तो वह व्‍यक्‍ति दुख का भागी बनता है।
  • रोगी की सेवा करना, देवताओं का पूजन और ब्राह्मणों के पैर धोना, गौ दान के समान है।
  • 3 तिल, कुश, जल और चावल इनको हाथ में लेकर दान देना चाहिए।
  • 7 दीन, निर्धन, अनाथ, गूंगे, विकलांग तथा रोगी मनुष्य की सेवा के लिए जो धन दिया जाता है उसका महान पुण्य होता है।
  • 9 गाय, स्वर्ण, चांदी, विद्या, तिल, कन्या, हाथी, घोड़ा, शय्या, वस्त्र, भूमि, अन्न, दूध, छत्र तथा आवश्यक सामग्री सहित घर इन 16 वस्तुओं के दान को महादान कहते हैं।

आज आपने क्या सीखा

तो अब आप जान गए होंगे कि International Day of Charity क्यों और कब मनाया जाता है? | अंतर्राष्ट्रीय दान दिवस इतिहास, दान में क्या दे, क्या ना दे और दान के नियम ?

तो दोस्तों आशा करता हूँ की आपको मेरा ये आर्टिकल पसंद आया होगा और आप जो जानकारी जानना चाहते है वो आपको मिलगई होगी। हम अपने आर्टिकल में सारि जानकारी देने की कोशिश करते है आसान भाषा में जिससे की आपको किसी दूसरे आर्टिकल को न पढ़ना पड़े। आपको यह जानकर ख़ुशी होगी की आप हमसे टेलीग्राम पर भी जुड़ सकते है।Join us on Telegram

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