आसमान नीला क्यों होता है जानिए आसमान का रंग कैसा होता है ~ 2022

Aasman neela kyu hota hai | Aasman ka rang neela kyon hota hai | Aasman ki unchai kitni hai :- हम सभी आसमान को अपने अपने बचपन से देखते आ रहे है ऐसे में एक सवाल उठता है की हमे सभी को आसमान नीला क्यों दिखाई देता है और इस सवाल का जवाब हम आपको इस आर्टिकल विस्तार से देने वाले है। तो कृपया इस आर्टिकल को पूरा और ध्यान से पढ़े।

वैज्ञानिको की माने तो आसमान का कोई रंग ही नहीं होता है और आसमान से नीले रंग का दिखाई देने का कारण सूर्य की किरणे और पृथ्वी वायुमंडल है। जब हम अन्तरिक्ष से पृथ्वी के आसमान को देखते है तो वह काला दिखाई देता है। लेकिन जब आसमान को पृथ्वी से देखते है तो वह नीला दिखाई देता है। आकाश में भी ऐसे बहुत से रहस्य छुपे हुए है जो सोचने पर मजबूर कर देते है और उन्ही में से एक रहस्य आसमान का नीला रंग भी है और कभी कभी नील रंग के साथ साथ पीला या लाल रंग भी दिखाई देता है।

इस आर्टिकल में हम आपको आसमान नीला दिखाई देने का कारण बताने वाले है। तो चलिए बिना देरी किये शुरू करते है।

Aasman neela kyu hota hai

आसमान नीला क्यों होता है (Aasman neela kyon hota hai)

तो चलिए अगर आप जानना चाहते है की आसमान नीला क्यों होता है – तो आपको बतादे की आसमान का रंग नीला होने का मुख्य कारण पृथ्वी का वायुमंडल ही है।

जैसे की आप सभी जानते ही होंगे की पृथ्वी का वायुमंडल अलग अलग गैसों के मिश्रण ने बना है और इसके अलावा इसमें धूल के कण और अन्य सूक्ष्म पदार्थ भी शामिल होते हैं।

साथ ही आप सभी शायद ये भी जानते होंगे की सूर्य से आने वाला प्रकाश कई तरंगो से बना होता है। सूर्य के प्रकाश को किसी प्रिज्म से गुजारा जाए तो आसानी से इन सात रंगों को देखा जा सकता है। इन रंगों में है बैगनी, आसमानी, नीला, हरा, पीला, नारंगी और लाल। लेकिन इन सभी रंगों का तरंग दैर्ध्य अलग-अलग होता है। आप इन सभी रंगो को इंद्रधनुष(Rainbow) के समय भी अपनी आखो से देख सकते है।

जब सूर्य का प्रकाश पृथ्वी के वायुमंडल से होकर गुजरता है तो वायुमंडल में मौजूद कणों से टकराता है और फिर प्रकाश या तो इन कणों के आर पार हो जाता है या फिर इन कणों द्वारा परावर्तित या बिखेर दिया जाता है। बिखरने वाले रंगों में बैगनी, आसमानी और नीला रंग सबसे ज्यादा बिखरते हैं क्योंकि इनकी तरंग दैर्ध्य(Wavelength) सबसे छोटी होती है जबकि हरा, पीला, नारंगी और लाल सबसे कम बिखरते हैं क्योंकि इनकी तरंग दैर्ध्य सबसे लम्बी होती है।

चूकी लाल रंग की तरंग दैर्ध्य सबसे अधिक होती है इसलिए वह कम प्रकीर्णित होता है और नीला रंग अपनी कम तरंग दैर्ध्य के कारण ज्यादा फैलता है और इसी कारण हमे आसमान का रंग नीला दिखाई देता है।

अंतरिक्ष में किसी भी तरह का वायुमंडल उपस्थित नहीं है इसलिए हमे अंतरिक्ष से आकाश काले रंग का दिखाई देता है। उसी प्रकार जैसे की रात के समय सूर्य का प्रकाश पृथ्वी पर नहीं आता है और न ही प्रकीर्णन होता है जिससे आकाश हमे काले रंग का दिखाई देता है।

सूर्योदय और सूर्यास्त के समय आकाश लाल क्यों दिखता है?

सूर्योदय या सूर्यास्त के दौरान, आकाश रंग बदलता हुआ प्रतीत होता है।

जब सूर्य आकाश में कम होता है, तो प्रकाश को पृथ्वी के वायुमंडल से लंबी दूरी तय करनी पड़ती है, इसलिए हमें नीली रोशनी दिखाई नहीं देती क्योंकि यह बिखर जाती है।

इसके बजाय हम लाल और नारंगी प्रकाश देखते हैं जो हमारी ओर यात्रा करता है क्योंकि यह प्रकाश बहुत अधिक बिखरा हुआ नहीं है। इसलिए सूरज और आसमान सुबह और शाम को लाल दिखते हैं।

आसमान की ऊंचाई कितनी है (Aasman ki unchai kitni hai)

अगर धरती से आसमान की दूरी पता करनी हो तो आसमान में किसी ऐसी चीज का पता करना होगा जो कि धरती के सबसे पास है। ऐसी स्थिति में धरती से बादलों की दूरी ही धरती से आसमान की दूरी कही जा सकती है। कहीं-कहीं बादल केवल 2 किलोमीटर की ऊंचाई पर होते हैं तो कहीं इनकी ऊंचाई 18 किलोमीटर तक हो सकती है। तो कहा जा सकता है की आसमान की ऊंचाई औसतन 2 किलोमीटर से 18 किलोमीटर है।

लेकिन बहुत से वैज्ञानिक इस बात को मानने से इंकार करते है क्योकि पृथ्वी भी आसमान का ही एक हिस्सा है और इसी कारण पृथ्वी से आसमान की ऊंचाई उनके अनुसार शुन्य किलोमीटर है।

आज आपने क्या सीखा

तो दोस्तों अब आप जान गए होंगे कि Aasman neela kyon hota hai और आसमान का रंग कैसा होता है । आशा करता हूँ की आपको मेरा ये आर्टिकल पसंद आया होगा और आप जो जानकारी जानना चाहते है वो आपको मिलगई होगी। हम अपने आर्टिकल में सारि जानकारी देने की कोशिश करते है आसान भाषा में जिससे की आपको किसी दूसरे आर्टिकल को न पढ़ना पड़े। आपको यह जानकर ख़ुशी होगी की आप हमसे टेलीग्राम पर भी जुड़ सकते है।

Join us on Telegram

अगर आपको ये आर्टिकल पसंद आया हो तो आप इसे अपने दोस्तों, फॅमिली के साथ शेयर कर सकते है और आप अपनी प्रतिक्रिया कमेंट बॉक्स में भी लिख सकते है। और अगर आपको लगता है की हमारे इस आर्टिकल में कुछ रह गया है या गलत है तो आप हमे जरूर कमेंट बॉक्स में बताये। धन्यवाद

ये भी पढ़े –

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *